Bharat Ki Pramukh Nadiya |
नदी :- उच्च धारा से निम्न धारा की और बहना और एक कैनाल में बहना नदी कहलाती हैं
हिमालय की नदिया
1 ब्रह्मपुत्र नदी
2 गंगा नदी
3 सिंधु नदी
ब्रह्मपुत्र नदी अपवाह तंत्र :-
⇨ ब्रह्मपुत्र नदी का उद्गम आगसी हिमनद से हुआ हैं
⇨ भारत मैं ब्रह्मपुत्र नदी कोरवा गार्ज से होकर निकलती हैं
⇨ नामचा पर्वत से होकर निकलती हैं
⇨ ब्रह्मपुत्र नदी की धारा कल कल होती हैं इसीलिए बोडो जनजाति इसे कुल्लम बुथोर के नाम से जानती हैं
⇨ तीस्ता नदी पहले गंगा नदी की सहायक नदी थी परतु बहुत ज्यादा बाढ़ आने से इसने अपने मार्ग बदल लिए
और अब यह ब्रह्मपुत्र नदी की सहायक नदी हो गयी हैं
⇨ ब्रह्मपुत्र नदी तिब्बत, भारत तथा बांग्लादेश में बहने वाली एक ऐतिहासिक नदी है। इसका उद्गम तिब्बत के दक्षिण में मानसरोवर के निकट चेमायुंग दुंग नामक हिमनद (ग्लेसियर) से हुआ है। यह बांग्लादेश में जमुना, तिब्बत में त्सांग-पो या साम्पो, चीन में या-लू-त्सांग-पू चियांग या यरलुंग ज़ैगंबो जियांग तथा भारत में ब्रह्मपुत्र के नाम से जानी जाती है
⇨ तिब्बत में, ब्रह्मपुत्र नदी को त्सानपो के नाम से जाना जाता है, जिसका अर्थ है 'शोधक
⇨ ब्रह्मपुत्र का नाम तिब्बत में त्संगपो या साम्पो, अरुणाचल में डिहं या देहांग तथा असम में ब्रह्मपुत्र है। ब्रह्मपुत्र नदी बांग्लादेश की सीमा में जमुना के नाम से दक्षिण में बहती हुई गंगा की मूल शाखा पद्मा के साथ मिलकर बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती है। सुवनश्री, तिस्ता, तोर्सा, लोहित, बराक आदि ब्रह्मपुत्र की उपनदियां हैं।
⇨ जब देहांग नदी को सादिया शहर में पहुचती है तो यहाँ से 'ब्रह्मपुत्र' के नाम से जानी जाती है।
⇨ देबांग और लोहित का संगम सादिया शहर में होती है और संगम के बाद नदी 'ब्रह्मपुत्र' के नाम से जानी जाती है
⇨ असम में ब्रह्मपुत्र नदी के बीच 452 स्क्वेयर किलोमीटर पर है 'माजुली द्वीप ', जो दुनिया का सबसे बड़ा नदी द्वीप है। इसे हाल ही में भारत सरकार ने देश का पहला आयलैंड डिस्ट्रिक्ट घोषित किया है।
⇨ ब्रह्मपुत्र नदी की सहायक नदियों में सुवनश्री, मानस, जियाभराली, पग्लादिया, पुथिमारी और संकोश बर्फ आधारित है
⇨ ब्रह्मपुत्र नदी तिब्बत, भारत तथा बांग्लादेश से होकर बहती है। इसका उद्गम तिब्बत के दक्षिण में मानसरोवर के निकट चेमायुंग दुंग नामक हिमनद (ग्लेसियर) से हुआ है। इसकी की लंबाई लगभग 2900 किलोमीटर है। बांग्लादेश में यह जमुना के नाम से जानी जाती है
⇨ ब्रह्मपुत्र नदी का उद्गम कैलाश पर्वत श्रेणी में मानसरोवर झील के निकट चेमायुँगडूंग हिमनद से है सर्वप्रथम यह है पूर्व दिशा मे Tibet में बहती है जहां इसे सांगपों के नाम से जाना जाता है तिब्बत की रांगोसांग्पो इसकी दाहिने तट पर एक प्रमुख सहायक नदी है
⇨ मध्य हिमालय में नमचा बरवा के निकट एक गहरे महाखड़ का निर्माण करती हुई यह हिमालय के गिरपिद मे सिशंग या दिशंग के नाम से निकलती है Arunachal Pradesh में सादिया कस्बे के पश्चिम में यह नदी भारत में प्रवेश करती है
गंगा नंदी अपवाह तंत्र:-
⇨ गंगा नदी दो पहलुओं से - घाटी और अपनी सांस्कृतिक महत्व की दृष्टि से भारत की सबसे महत्वपूर्ण नदी है। यह गंगोत्री से गौमुख ग्लेशियर के पास (3,900 मीटर) उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले से निकलती है।
स्थान
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संगम
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देवप्रयाग
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भागीरथी + अलकनंदा
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रुद्रप्रयाग
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मंदाकिनी + अलकनंदा
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कर्णप्रयाग
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पिंडर + अलकनंदा
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विष्णुप्रयाग
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धौलीगंगा + अलकनंदा
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⇨गंगा नदी की सहायक नदी रामगंगा उत्तराखंड के पौरी गढ़वाल जिले में दूधाटोली पर्वत से निकलती है और फररुखाबाद (उत्तर प्रदेश) के पास मिलती है।
⇨गंगा नदी के दाहिने किनारे की प्रमुख सहायक नदी है। यह अमरकंटक पठार से निकलने वाली गंगा के दक्षिण किनारे की एक बड़ी सहायक नदी है । पठार के किनारे पर झरने की एक श्रृंखला बनाने के बाद यह गंगा में शामिल होने के लिए ये पटना के पश्चिम,आरा तक पहुँचती है।
⇨ यह तिब्बत में नेपाल-चीन सीमा अर्थात नेपाल हिमालय में धौलागिरी और माउंट एवरेस्ट के बीच निकलती है और नेपाल के मध्य भाग में बहती है। यह बिहार के चंपारण जिले में गंगा के मैदानी में प्रवेश करती है और सोनपुर पटना के पास गंगा में जाकर मिलती है।
⇨ कोसी नदी या कोशी नदी नेपाल में हिमालय से निकलती है और बिहार में भीम नगर के रास्ते से भारत में दाखिल होती है। इसमें आने वाली बाढ से बिहार में बहुत तबाही होती है जिससे इस नदी को ‘बिहार का शोक’ कहा जाता है
⇨गोविन्द बल्लभ पंत सागर सोनभद्र जिले के पिपरी नामक स्थान पर निर्मित है। यह करीब 70 वर्ग मील में फैला हुआ है। यह भारत की सबसे बड़ी कृत्रिम झील है। यह रिहंद नदी पर स्थित है जो सोन नदी की सहायक नदी है।
⇨महानंदा नदी गंगा के बाये तट की प्रमुख और अंतिम सहायक नदी है। यह एक अंतर-सीमा नदी है जो पश्चिम बंगाल, बिहार और बांग्लादेश के माध्यम से गुजरती है। यह दार्जिलिंग जिले के कुर्सिओंग के पूर्व में चिमली के पास महल्दिरम पर्वत पर स्थित पग्लाझोरा जल-प्रपात से निकलती है
⇨रामगंगा, कोसी और महानंद, गंगा नदी के बाएं छोर पर मिलती हैं जबकि सोन नदी गंगा नदी के दायें छोर पर मिलती हैं
⇨ टिहरी बाँध टेहरी विकास परियोजना का एक प्राथमिक बाँध है जो उत्तराखण्ड राज्य के टिहरी जिले में स्थित है। यह बाँध हिमालय की दो महत्वपूर्ण नदियों पर बना है जिनमें से एकगंगा नदी की प्रमुख सहयोगी नदी भागीरथी तथा दूसरी भीलांगना नदी है, जिनके संगम पर इसे बनाया गया है।
⇨ गंगा डॉल्फ़िन तथा सिंधु नदी डॉल्फ़िन गंगा तथा सिंधु नदी में पाई जाने वाली मीठे पानी की डॉल्फ़िन की दो प्रजातियाँ हैं। ये भारत, बांग्लादेश, नेपाल तथा पाकिस्तान में पाई जाती हैं। गंगा नदी डॉल्फ़िन सभी देशों की नदियों के जल, मुख्यतः गंगा नदी में तथा सिंधु नदी डॉल्फ़िन, पाकिस्तान के सिंधु नदी के जल में पाई जाती हैं
⇨ गंगा नदी का उद्गम स्थल केदारनाथ चोटी के उत्तर में गऊमुख नामक स्थान पर 6600 मीटर की ऊॅचाई पर हमानी से है
⇨गंगा नदी की कुल लम्बाई 2525 किमी है
⇨ इस नदी का अंंत ग्वालन्दों के निकट ब्रह्मपुत्र के साथ मिलकर बंगाल की खाडी में होता है
⇨ इस नदी के किनारे बसे नगर हरिद्वार, कानपुर, इलाहाबाद, पटना, भागलपुर, वाराणसी, कोलकाता हैं
⇨ इस नदी पर बने प्रमुुख बॉध फरक्का बॉध और टिहरी बॉध हैंं
⇨ गंगा नदी को नवंबर 2008 में भारत सरकार द्वारा भारत की राष्ट्री्य नदी का दर्जा दिया गया ह
⇨ गंगा नदी केे इलाहाबाद और हल्दिया के बीच जलमार्ग- को राष्ट्रीय जलमार्ग घोषित किया ह
⇨ गंगा नदी के जल में बैक्टीरियोफेज नामक विषाणु होते हैं, जो जीवाणुओं व अन्य हानिकारक सूक्ष्मजीवों को जीवित नहीं रहने देते हैं
सिंधु नदी अपवाह तंत्र :-
हिमालय से निकलते हुआ
⇨ सिन्ध नदी (Indus river) का उद्गम स्थल तिब्बत में मानसरोवर के निकट 5180 किमी की ऊॅचाई से है
⇨ यह नदी तिब्बत और कश्मीर के बीच बहती है
⇨ सिन्ध नदी (Indus river) लंबाई लगभग कुल 2880 है
⇨ सिन्ध नदी (Indus river) भारत में 1114 किमी है
⇨ इस नदी का अंत करची के निकट अरब सागर में है
⇨ सिन्धु नदी (sindhu nadi) पकिस्तान की सबसे बडी नदी है
⇨ इस नदी की सहायक नदीयां सतलज, व्यास, रावी, चिनाब, झेलम, सिंगी, जास्कर, गरवंग आदि हैं
⇨ इस नदी के किनारे बसे नगर सखूर, हैदराबाद, डेरागाजीखान, सभी पाकिस्तान में हैं
⇨ यह नदी लद्दाख, वालटेस्टोन एवं पाकिस्तान से होकर बहती हैै
⇨ इस नदी के किनारे बसे प्रमुुख शहर सखूर, हैदराबाद, इेरागाजीखान, इेराइस्माइलखान, है
⇨ जो शहर सिंध नदी के किनारे बसेे हैं वे सभी शहर पाकिस्तान (Pakistan) में हैं
सिंधु नदी की प्रमुख सहायक नदी
⇨ झेलम नदी
झेलम नदी का उद्गम कश्मीर घाटी की शेषनाग झील के निकट बेरनाग नामक स्थान से हुआ है। वूलर झील में मिलने के बाद यह पाकिस्तान में प्रवेश करती हैं तथा चेनाब नदी में मिल जाती है। झेलम नदी की की कुल लंबाई 724 किमी है एवं भारत में इसकी लंबाई 400 किमी है
⇨ व्यास नदी
इस नदी का उद्गम हिमालय के रोहतांग दर्रे के समीप व्यास कुण्ड से हुआ है । यह कुल लंबाई 470 किमी तय करते हुए पंजाब में सतलज नदी में मिल जाती है।
इस नदी का उद्गम हिमालय के रोहतांग दर्रे के समीप व्यास कुण्ड से हुआ है । यह कुल लंबाई 470 किमी तय करते हुए पंजाब में सतलज नदी में मिल जाती है।
⇨ चेनाब नदी
चेनाब नदी हिमाचल प्रदेश के लाहौल के बारालाचा दर्रे से निकलती हैं। यह पीर पंजाल के समांतर बहते हुए किशतबार के निकट पीर पंजार में गहरा गार्ज बनाती है। भारत में चेनाब नदी की लंबाई 1180 किमी है। यह पाकिस्तान में जाकर सतलज नदी में मिल जाती है।
चेनाब नदी हिमाचल प्रदेश के लाहौल के बारालाचा दर्रे से निकलती हैं। यह पीर पंजाल के समांतर बहते हुए किशतबार के निकट पीर पंजार में गहरा गार्ज बनाती है। भारत में चेनाब नदी की लंबाई 1180 किमी है। यह पाकिस्तान में जाकर सतलज नदी में मिल जाती है।
⇨ रावी नदी
रावी नदी हिमाचल प्रदेश के रोहतांग दर्रे से निकलती है एवं पाकिस्तान के मुल्तान के समीप चेनाब नदी में मिल जाती है। इस नदी की लंबाई 720 किमी है।
रावी नदी हिमाचल प्रदेश के रोहतांग दर्रे से निकलती है एवं पाकिस्तान के मुल्तान के समीप चेनाब नदी में मिल जाती है। इस नदी की लंबाई 720 किमी है।
⇨ सतलज नदी
सतलज नदी का उद्गम तिब्बत स्थित मानसरोवर झील के निकट राक्षसताल से हुआ है। यह नदी अपने उद्गम स्थल से 1500 किमी दूरी तय करके पाकिस्तान में चेनाब नदी में मिल जाती है। भारत में सतलज नदी की लंबाई 1050 किमी है। प्रसिद्ध भाखड़ा - नागल बांध सतलज नदी पर ही बना है।
प्रायद्वीपीय नदियां
नर्मदा नदी:-
नर्मदा नदी रिफ्ट वैली मैं
⇨ नर्मदा नदी (Narmada River) का उद्गम स्थल अमरकण्टक शिखर से है
⇨ ग्रंथों में इस नदी को रेवा के नाम से भी जाना जाता है
⇨ नर्मदा नदी भारत की पांचवी बड़ी नदी मानी जाती है
⇨ यह गोदावरी नदी और कृष्णा नदी के बाद भारत के अंदर बहने वाली तीसरी सबसे लंबी नदी है
⇨ मध्य प्रदेश राज्य में इसके विशाल योगदान के कारण इसे “मध्य प्रदेश की जीवन रेखा” भी कहा जाता है
⇨ नर्मदा नदी की लम्बाई लगभग 1310 किमी है
⇨ नर्मदा नदी के किनारे बसे नगर ओंकारेश्वर, जबलपुर, रायगढ़ हैं
⇨ नर्मदा नदी की सहायक नदियाँ बुढनेर, बंजर, शर, तबा, आदि हैं
⇨ इस नदी पर बने बांध महेश्वर बाँध, इंदिरा सागर बाँध, सरदार सरोवर बाँध, रानीपुर बाँध आदि हैं
⇨ यह नदी पश्चिम की तरफ खम्बात की खाड़ी में गिरती है
⇨भारत की प्रमुख सात नदियों में से अनुपम नर्मदा का उद्गम स्थल अमरकंटक है और यह मध्यप्रदेश के शहडोल जिले की पुष्पराजगढ़ तहसील में है.
इंदिरा सागर बाँध मध्य प्रदेश में नर्मदा नदी पर खण्डवा जिले में नर्मदानगर स्थान पर निर्मित बाँध है। यह एक बहूद्देशीय है। इस बाँध की नींव 23 अक्टूबर 1984 में भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने रखी थी
गोदावरी नदी
⇨ यह नदी दूसरी प्रायद्वीपीय नदियों में से सबसे बड़ी नदी है
⇨ गोदावरी नदी पश्चिमघाट के त्रिम्बक पर्वत से निकलती है
⇨यह नदी महाराष्ट्र के नासिक जिले से निकलती है
⇨इस नदी की लम्बाई 1465 किमी है
⇨ इस नदी की सहायक नदीयॉ प्राणहिता, इन्द्रावती, मंजिरा. आदि हैं
इस नदी का पाट बहुत बड़ा है
⇨इस नदी के तट पर ही त्र्यंबकेश्वर, नासिक, पैठण आदि प्रमुख स्थल है
⇨ इस नदी काे दक्षिणीगंगा के नाम से भी जाना जाता है
⇨ इस नदी को वृद्ध गंगा के नाम से भी जाना जाता है
गौतम से संबंध जुड जाने के कारण इसे गौतमी भी कहा जाने लगा
⇨ इसमें नहाने से सारे पाप धुल जाते हैं
⇨गोदावरी की सात धारा वसिष्ठा, कौशिकी, वृद्ध गौतमी, भारद्वाजी, आत्रेयी और तुल्या अतीव प्रसिद्ध है
⇨इसका नामकरण तेलुगु भाषा के शब्द 'गोद' से हुआ है, जिसका अर्थ मर्यादा होता ह
⇨ यह नदी महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से होकर बहती है
इस नदी पर बना बॉध ऐनीकट बॉध है जो राजमुुंदरी के निकट स्थित है
⇨ इस नदी का अंत आंध्र प्रदेश के राजहमुन्द्री शहर के समीप बंगाल की खाडी में है
⇨ इसकी औसत गहराई 17 फीट (5 मीटर) और अधिकतम गहराई 62 फीट (19 मीटर) है
⇨ इस नदी का उल्लेख पुराणों में भी किया गया है
⇨वराह पुराण ने भी कहा है कि गौतम ही जाह्नवी को दण्डक वन में ले आये और वह गोदावरी के नाम से प्रसिद्ध हो गयी
⇨ कालिदास ने इस उल्लेख में गोदावरी को 'गोदा' कहा है। ‘शब्द-भेद प्रकाश’ नामक कोश में भी गोदावरी का रूपांतर ‘गोदा’ दिया हुआ है
गौतमी
वसिष्ठा
कौशिकी
आत्रेयी
वृद्धगौतमी
तुल्या
भारद्वाजी
⇨ गोदावरी भी लुप्तप्राय फ्रिंज-लिप हुए कार्प का एक घर है
वसिष्ठा
कौशिकी
आत्रेयी
वृद्धगौतमी
तुल्या
भारद्वाजी
⇨ गोदावरी भी लुप्तप्राय फ्रिंज-लिप हुए कार्प का एक घर है
⇨ गोदावरी डेल्टा में स्थित कोर्ंगा मैन्ग्रोव वन देश में दूसरा सबसे बड़ा मैंग्रोव बन रहा है
⇨ यमुना नदी का उद्गम स्थल बंंदरपूछ के पश्चिमी ढाल पर स्थित हिमानी से यमुनोत्री के गर्म सोते से 6316 मीटर की ऊॅचाई सेे है
⇨ इस नदी की कुल लम्बाई 1376 किमी है
⇨ यमुना नदी को कालिंदी के नाम से भी जाना जाता है
⇨ यमुनानदी का अंंत इलाहाबाद में गंंगा नदी में होता है
⇨ यमुना नदी के किनारे बसे नगर दिल्ली, आगरा, मथुरा, हमीरपुर, इलाहाबाद आदि हैं
⇨ यमुना नदी की सहायक नदियां गिरी, असोम, चंबल, बेतवा, केन आदि हैं
⇨ यमुना नदीयां के सात अजुबों में से एक विश्व प्रसिद्ध इमारत ताजमहल (Taj Mahal) इसी नदी के किनारे पर स्थित है
⇨ यमुना नदी के सबसे ज्यादा घाट ब्रज क्षेत्र यानि मथुरा में है
⇨ यमुनायहॉ यमुना नदी पर 24 घाट हैं
⇨ यमुना नदी पर भगवान श्री कृष्ण का सबसे प्रिय स्थान व्रन्दावन भी यमुना नदी के तट पर बसा है
⇨ यमुना मथुरा, व्रन्दावन में इस नदी का विशेष महत्व है
- ⇨चंबल नदी मध्य भारत में यमुना नदी की सहायक नदी है। यह नदी "जानापाव पर्वत " महू से निकलती है। चंबल, कावेरी, यमुना, सिन्धु, पहुज भरेह के पास पचनदा में, उत्तर प्रदेश राज्य में भिंड और इटावा जिले की सीमा पर शामिल पांच नदियों के संगम समाप्त होता है
कृष्णा नदी :-
कृष्णा नदी का द्रश्य |
⇨ इसकी लम्बाई प्रायः1400 किलोमीटर है।
⇨ यह दक्षिण-पुर्व राज्य महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगणा, आंध्र प्रदेश में बहती हुई बंगाल की खाड़ी में जाकर गिरती है।
⇨कृष्णा नदी की उपनदियों में प्रमुख हैं: कुडाली,वेना ,कोयना,पंचगंगातुंगभद्रा, घाटप्रभा, मूसी और भीमा. कृष्णा नदी के किनारे विजयवाड़ा एंव मूसी नदी के किनारे हैदराबाद स्थित है।
⇨इसके मुहाने पर बहुत बड़ा डेल्टा है। इसका डेल्टा भारत के सबसे उपजाऊ क्षेत्रों में से एक है। यह मिट्टी का कटाव करने के कार ण पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुचांती है।
⇨ Kaveri नदी जल विवाद को लेकर कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच जल विवाद चल रहा है। कृष्णा नदी का संगम बंगाल की खाड़ी है। इस नदी पर दो जलप्रपात बने हुए हैं।
- ⇨शिवसमुद्रम जलप्रपात-इस जलप्रपात से सर्वाधिक मात्रा में जलविधुत पैदा की जाती है।
- ⇨श्रीरंगपट्टनम जलप्रपात के बारे में अभी फिलहाल कोई जानकारी स्रोत उपलब्ध नहीं है
⇨कृष्णा नदी जल विवाद न्यायाधिकरण 1969 तीन राज्यों में इसका विवाद चल रहा है महाराष्ट्र कर्नाटक और आंध्र प्रदेश
कावेरी नदी:-
कावेरी नदी का सुन्दर चित्रण |
⇨ कावेरी नदी कर्नाटक प्रान्त के कुर्ग के पास ब्रह्मगिरि पर्वत से निकलती है
⇨ कावेरी नदी की लम्बाई 800 किमी है
⇨ कावेरी नदी की सहायक नदीयॉ शिमसा, अमरवती, नओइल और भावनी, आदि हैंं
⇨ कावेरी नदी के किनारे तिरूचिरापल्ली शहर स्थित है
⇨ कावेरी में स्थित वृंदावन गार्डन भी इसी नदी के किनारे पर स्थित है
⇨ कावेरी नदी समापन स्थल कावेरीपट्टनम के पास बंगाल की खाड़ी में है
⇨ कावेरी नदी का उल्लेख पुराणों में भी दिया गया है
दामोदर नदी की सुन्दर चित्रण |
⇨ दामोदर पश्चिम बंगाल तथा झारखंड में बहने वाली एक नदी है।
⇨ इस नदी के जल से एक महत्वाकांक्षी पनबिजली परियोजना दामोदर घाटी परियोजना चलाई जाती है जिसका नियंत्रण डी वी सी करती है।
⇨ दामोदर नदी झारखण्ड के छोटा नागपुर क्षेत्र से निकलकर पश्चिमी बंगाल में पहुँचती है।
⇨ हुगली नदी के समुद्र में गिरने के पूर्व यह उससे मिलती है। इसकी कुल लंबाई 368 मील है। इस नदी के द्वारा 2500 वर्ग मील क्षेत्र का जलनिकास होता है
⇨ पहले नदी में एकाएक बाढ़ आ जाती थी जिससे इसको 'बंगाल का अभिशाप' कहा जाता था। भारत के प्रमुख कोयला एवं अभ्रक क्षेत्र भी इसी घाटी में स्थित हैं।
⇨ इस नदी पर बाँध बनाकर जलविद्युत् उत्पन्न की जाती है। कुनर तथा बराकर इसकी सहायक नदियाँ हैं।
विषय निर्माता
शैलेन्द्र सिंह ठाकुर
1 comments:
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Shala Darpan
Shadi Anudan
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